तपस्या के प्रभाव से किन्हीं-२ योगियों को कुछ चमत्कारिक शक्तियां प्राप्त हो जाती है उन्हें ऋद्धि कहते है ऋद्धियां कई प्रकार की हैं जिसमें औषधि ऋद्धि के आठ भेदों में क्ष्वेलौषधि ऋद्धि आती है जिसकी परिभाषा है- जिस ऋद्धि के प्रभाव से लार, कफ, अक्षियल और नासिकामल शीघ्र ही जीवों के रोगों को नष्ट करता है वह क्ष्वेलौषधि ऋद्धि है।