खुशी के गीत मिल गाओ, अवध का चाँद आया है। मेरे घर……
सभी मिल पुष्प बरसाओ, जनम दिन आज आया है।
जनमदिन…… खुशी के गीत ……।। टेक.।।
वो दिन था एक, जब माँ मोहिनी ने तुमको पाया था।
शरद पूनो की रात्री में, धरा पर चाँद आया था।।
सुधारस उससे भर लाओ, मुझे वह स्वाद भाया है।
मुझे…… खुशी के गीत……।।१।।
त्याग का शुभ दिवस भी था, शरदपूनो का ही प्यारा।
जनमदिन हो गया सार्थक, लिया जब व्रत असीधारा।।
गुणों की चाँदनी लेकर, सुधाकर आज आया है।।
सुधाकर…… खुशी के गीत……।।२।।
ये हैं वात्सल्य की गंगा, तथा समता की सूरत हैं।
इन्हें निरखो तो लगता है, ये शारद माँ की मूरत हैं।।
तभी तो ‘चंदना’ जग ने, इन्हें मस्तक नवाया है।।
इन्हें…… खुशी के गीत……।।३।।