खुश रहने के लिए अच्छे गुण– दरअसल मनुष्य का स्वभाव हमेशा से खुश रहने का ही होता है और इसी करण बचपन में हमेशा खुश रहते है लेकिन जैसे -जैसे हम बडे होते जाते है हम पर जिम्मेदारी का बोझ बढता है और हम अपने जीवन में और कमाई करने में इतने व्यस्त हो जाते है की हमारे जीवन से खुशहाली खो देते है “लेकिन इसके विपरीत कुछ लोग ऐसे होते है ,जो हमेशा खुश रहते हैं “खुश रहने वाले लोग बेकार की चिंता नहीं करते है और हमेशा खुश मिजाज रहते है “लेकिन ऐसा क्यों होता है ऐसे लोगो के जीवन में जो वो तनाव के बीच में हमेशा खुश रहते है ? दरअसल ऐसे लोगो में कुछ खास अच्छी आदते होती है जिस करण उनके जीवन में तनाव की जगह खुशी ले लेती है .आइये आपको भी बताते है कुछ ऐसी आदते जिन्हें अपनाकर आप भी अपने जीवन को खुशहाल बना सकते है ” अच्छाई सोचते है बुराई नहीं- अक्सर ऐसा देखा जाता है की इंसान की आदत होती है वो नकारात्मक से जल्दी घिर जाता है लोग दूसरों की अच्छाई की बजाय बुराई सोचने लगते है “यह तनाव का करण बन जाती है .हार परिस्थिति में अच्छाई ही तलाशते है जो उन्हें हमेशा सकारात्मक बनाता है ऐसे में उनका जीवन खुशहाल बना रहेता है . दूसरों को माफ करना जानते है जो लोग दूसरों की छोटी -छोटी बातों को दिल पर नहीं लेते और हमेशा दूसरों के प्रति प्रेम भाव रखकर उन्हें माफ़ करना जानते है उनके जीवन में हमेशा खुशहाली रहती है .जो लोग अपने अहंकर को महत्व ना देकर लोगो को माफ़ कर देते हैं लोग उनसे प्रेम भाव ज्यादा रखते हैं .इसी के साथ -साथ ऐसे लोग अपनी गलती के लिए दूसरों से माफ़ी मांगने में भी संकोच नहीं करते .इससे मन हल्का होता है और दूसरों के दिल में भी प्रेम और इज्जत बढ़ जाता है .ऐसा करने से आस-पास का माहोल सकारात्मक होता है और दिमाग तनाव मुक्त होता है . अपने काम को पूरी लगन से करते हैं. खुश रहने वाले लोगो की एक खास बात होती है वो जो भी अपने मान का काम करते है उसे पूरी लगन से करते हैं .अगर आप कोई काम कर रहें हैं और आप उसे बेमन से कर रहें है तो ना तो उस काम में सफलता मिलेगी और ना आपको उसकी सफलता की ज्यादा खुशी होती .अगर कही आप जॉब कर रहें हैं तो उसे पूरे मन के साथ करे ताकि आपके आस -पास का माहोल भी सकारात्मक और खुश मिजाज रहें .अगर आप अपनी जाँब से खुश नहीं है तो हरदम इसकी बुराई करने से बेहतर है आप उसे छोड़ दे ताकि आपके विचारों में नकारात्मकता हावी ना हो . खुश रहने वाले लोग कभी भी अपने काम में रूकावट आने पर या असफलता मिलने पर दूसरों को नहीं कोसते बल्कि उसकी जिम्मेदारी खुद लेते है क्योकि उस काम को करने में सबसे बड़ा योगदान उनका खुद का ही होता है . खुश रहने वाले लोग हमेशा अपनी असफलताओं पर विचार करते हैं और अपनी कमियों को दूर करते हुए आगे बढते हैं .दूसरों को दोष देना हमारी कमजोरी दर्शाता है औए ये कमजोरी हमारे तनाव और असफलता का करण बनती हैं .