अभ्यंतर भाग में चारों गजदंतों की लंबाई ३५६२२७ योजन है एवं बाह्य भाग में ५६९२५९ योजन है। ये पर्वत ५०० योजन विस्तृत हैं और मेरु के पास ५०० योजन ऊँचे तथा निषध, नील के पास ४०० योजन ऊँचे हैं। इनका बाकी वर्णन भी जम्बूद्वीप के गजदंतवत् है।