१. श्री शांतिनाथ स्तुति
२. गतियों से आने-जाने के द्वार
(1) नरकगति से आने-जाने के द्वार
(2) तिर्यग्गति से आने-जाने के द्वार
(3) तिर्यंचों की आयु
(4) मनुष्यगति से आने-जाने के द्वार
(5) देवगति से आने-जाने के द्वार
३. प्रवचनकार के लिए आवश्यक निर्देश
(1) प्रवचनकर्ता
(2) प्रवचन का विषय
(3) प्रवचन
(4) प्रवचन का फल
४. तीनलोक का ध्यान
५. समवसरण का ध्यान
६. सिद्ध लोक और सिद्ध शिला
७. तीन लोक वंदना
८. सुमेरु वंदना
९. तीर्थंकरत्रय स्तोत्र