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गर्मी के मौसम में चारों तरफ यह सुनने को मिलता है हाय इस साल गजब की गर्मी है और बिजली के जाते ही सब इतने बेचैन हो जाते हैं जैसे जल बिन मछली । गर्मी में जिन दिनों गरम हवा चलती है तब तो मन करता ही नहीं कि बाहर निकला जाए। बस इच्छा रहती है कि ठंडी जगह में बैठा जाए पर जब कभी बाहर जाना पड़े तो घर से निकलने से पहले कुछ सावधानियां बरत लें तो परेशानियों से कुछ तो बचा जा सकता है। खाली पेट कभी भी घर से बाहर न निकलें। घर से बाहर निकलते समय खूब पानी पियें। गर्मी में वस्त्र हमेशा सूती पहनें। अंतर्वस्त्र भी सूती पहनें। घर से बाहर निकलते समय सिर पर टोपी, स्कार्पक पहनें और आंखों पर चश्मा लगाएं ताकि लू से बचाव हो सके। नींबू की शिकंजी , गुलाब का शर्बत , ठंडाई आदि पेयों का नियमित सेवन करें। गर्मी में बाहर से घूम कर घर आने पर एक दम ठंडा जल न पियें। थोड़ा रूककर पसीना सूखने पर ही ठंड़े जल का सेवन करें।
कभी—कभी लू के दिनों में बाहर लगातार निकलना पड़ता है। ऐसी स्थिति में लू लगने का खतरा बना रहता है। लू लगने पर चन्दन घिसकर माथे पर लगाने से लाभ मिलता है। हरे धनिया को पीसकर उसका लेप माथे पर कनपटियाँ पर लगायें। कच्चे आम को पानी में उबालकर मथ कर उसमें चीनी और जल मिलाकर पीने को दें। रोगी को राहत मिलेगी। इमली को पानी में भिगोकर मथ लें। गुठली अलग कर उसमें पानी मिलाकर पीने से रोगी को लाभ मिलता है। सिर, गर्दन, पेडू पर बर्प की पट्टी रखने से लाभ मिलता है। रोगी के पैरों को ऊँचा करके ठंडी जगह लिटाने से भी आराम मिलता है। लू लगने से शरीर में खुजली होने लगे, घबराहट होने लगे या पतले दस्त, उल्टी होने लगे तो डॉक्टर से परामर्श करें। चाय कॉफी आदि का सेवन न करें। सत्तू को पानी में घोलकर चीनी मिलाकर पिएं। आजकल तो जनरल स्टोर में सत्तू आसानी से उपलब्ध हो जाता है। तुलसी के पत्तों का रस एक दो चम्मच चीनी मिलाकर पीने से भी लू का प्रभाव कम होता है।