ज्योतिष शास्त्र के अनुसार इंसान के सिर पर सूर्य ग्रह का प्रभाव रहता है। पैरों में शनि ग्रह का प्रभाव रहता है। वहीं आयुर्वेद के अनुसार इंसान का सिर ठंडा व पैर गर्म रहना चाहिए। इसलिए सिर पर सोना धातु और पैरों में चांदी के आभूषणों को ही धारण करना चाहिए। जिससे की सिर से उत्पन्न ऊर्जा पैरों में और पैरों से उत्पन्न ठंडक सिर में जाएगी। इससे सिर ठंडा रहेगा और पैर गर्म रहेंगे। सोना धातु पैरों में नहीं पहनना चाहिए विज्ञान के अनुसार यदि पैरों में सोना पहना जाएं तो कई प्रकार की बीमारियां हो सकती हैं। इससे डिप्रेशन व कई अन्य मानसिक बीमारियां हो सकती हैं। पैरों में चांदी पहनने से हड्डियां मजबूत होती हैं। हड्डी रोग नहीं होते हैं। साथ ही जोड़ों के दर्द, पीठ, एड़ी, घुटना के दर्द में राहत मिलती है। सिर व पैर दोनों में ही सोना धातु के आभूषण पहनने के क्या हो सकते हैं परिणाम ? सिर व पैर दोनों में ही सोना धातु पहनने से इंसान बीमार हो सकता है। क्योंकि सोना धातु से निकलने वाली गर्म ऊर्जा सिर व पैर दोनों पर ही अपना प्रभाव डालेगी जिससे शरीर के अंदर गर्म ऊर्जा का प्रवाह बढ़ जाएगा। ऊर्जा चक्र गड़बड़ा जाने से मानसिक व शारीरिक स्वास्थ्य दोनों दुष्प्रभावित होंगे। जो कि मानसिक व शारीरिक अस्वस्थता का कारण बन सकता है। न पहनें ऐसे आभूषण भी आजकल सोने का कवर बनाकर उसके अन्दर चांदी या अन्य धातु को भरकर आभूषण तैयार किए जाते हैं। ये आभूषण इस प्रकार दिखाई देते हैं जैसे पूरी सोना धातु से ही बने हों। यदि इस प्रकार के किसी आभूषण को धारण किया जाता है तो आभूषण से निकलने वाली मिश्रित धारा का प्रभाव सेहत को नुकसान पहुंचा सकता है। नाक व कानों में पहनना चाहिए ऐसे आभूषण सांइस के अनुसार ऊर्जा का प्रवाह हमेशा किनारों से प्रवेश करता है। इसलिए सिर के दोनों किनारों नाक व कान में सोने के आभूषण पहनना चाहिए।
हस्तिनापुर टाईम्स, २९ दिसम्बर २०१४