पैरों को पास में रखकर खड़े हो जाइये चेहरे को पीछे की ओर मोड़कर जितना पीछे जा सकते हो जाएं। थोड़ी देर इसी अवस्था में रुकें । अब ठोड़ी को छाती की हड्डी पर गले के नीचे चिपका दें। यदि चिपकाना संभव न हो तब भी कोशिश करते रहें। सीधे खड़े रहें और कंधों को बिना हिलाए सिर को दोनों साइड में झुकाएं। कोशिश करें कि सिर को कंधे पर टिका सकें । ऐसा दोनों ओर करें । इस आसन को कम से कम २० बार करें । इस आसन को करने के बाद गरदन को दोनों तरफ तेजी से १० बार झटकें । अपने पैरों को थोड़ा फैला कर खड़े हो जाएं। हाथों को कमर पर रखें। गहरी सांस लेते हुए जोर से छोड़ें । यह कसरत बारी—बारी से ४०—४० के सेट में करें । इसे बढ़ाते हुए १०० तक लें योग का अर्थ केवल कसरत करना नहीं होता। शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य लाभ के साथ रूप सौंदर्य में जबरदस्त निखार आता है। दरअसल सुंदरता आंतरिक होती है यदि आप अंदर से बीमार हों और ऊपरी मेकअप के बाद सुंदर दिखना चाहें तो असंभव है । योगासन आपको चुस्त- दुरुस्त तो रखते ही हैं , साथ ही सुडौल और सुंदर भी बनाते हैं ।
यह भी करें
पैरों को सामने की ओर फैला कर बैठ जाएं। हाथों को बारी—बारी से ऊपर उठाएं और नीचे ले जाएं। इसे इस तरह करें मानों कोई रस्सी खींच रहें हों। अब पैरों पर बैठ जाएं और दोनों घुटनों में अंतर रखते हुए हाथों की उंगलियों को आपस में फंसाते हुए सामने की और फैला लें। हाथों को इस तरह करें मानों कोई लकड़ी काट रहे हों। ऐसा २० बार करें।
जरूरी है मन की सुंदरता
मन की सुंदरता तभी प्राप्त होती है जब मन शांत हो । मस्तिष्क प्रिय विचारों से गदगद हो। तनाव जितना कम होगा उतना चेहरे पर खिंचाव नहीं दिखाई देगा। अनुलोम विलोम, कपालभाती तथा श्वांस की कसरतें दम-खम तो देंगी ही साथ सुंदर भी बना देंगी।