सर्दी, खांसी, गले में खराश, कफ इत्यादि की समस्या में निश्चित ही बाजारु कफ सीरप प्रभावशाली व लरभ पहुंचाते हैं लेकिन यह भी सत्य है कि इसका शरीर पर निश्चित ही अतिरिक्त दुष्प्रभाव भी पड़ता है। क्योंकि आये दिन कुछ न कुछ देश विदेश के समाचारों से भी पता चलता है कि कफ सीरप पीने से मौत, ये तो आज कल बहुतायत सुनने को मिलता है कि कुछ कफ सीरप में एल्कोहल जैसे नशीले पदार्थों की अधिकता व मिलावट के कारण लोग चिकित्सा के लिये कम बल्कि नशा के लिये बाजारों से कफ सीरप का प्रयोग कर रहें हैं जिसका की निश्चित ही शरीर पर कुप्रभाव पड़ता है, बेहतर यह होगा कि यदि हम इसे हर्बल्स अर्थात घरेलू प्राकृतिक जड़ी बूटियों के सहयोग से घर पर तैयार कर लें तो यह अपना चमत्कारी लाभ तो दिखायेगा ही और न ही कोई दुष्प्रभाव (साइड इफैक्ट) होगा। यदि २५० मि.ली. पानी में आधा चम्मच सोंठ, काली मिर्च, पीपर व छोटी इलायची का पाउडर, एक चम्मच शक्कर व एक चम्मच तुलसी पत्ती का पेस्ट मिलाकर धीमी आंच पर खौलाकर आधा हो जाने तक पकाएं, तत्पश्चात उसे छान लें उसके बाद उसमें दो चम्मच शहद व चौथाई नींबू का रस मिलाकर ठंडा होने दें। अब ये तैयार हो गया होम मेल अति उत्तम हर्बल कफ सीरप । सेवन की दृष्टि से दिन में तीन से चार बार लेना श्रेयस्कर होगा।