श्री चक्रेश्वरी माता की हम, करें आरती आज।
तेरी पूजन करने से माँ, बनते सारे काज।।
हो मैया हम सब उतारें तेरी आरती-२।।
तीर्थंकर श्री ऋषभदेव की, तुम हो शासन देवी।
भक्तों की सब पीड़ा को तुम, क्षण भर में हर लेतीं।।
मैया हम सब उतारें तेरी आरती।।१।।
गोमुख यक्ष की यक्षी तेरी, कंचन जैसी काया।
जो भी तेरे दर पर आता, उसका कष्ट मिटाया।।
मैया हम सब उतारें तेरी आती।।२।।
भक्ति भाव से जो भी तेरे, गुण समूह को गाते।
सुत अर्थी सुत को पा जाते, धन अर्थी धन पाते।।
मैया हम सब उतारें तेरी आरती।।३।।
हे चक्रेश्वरी माता सबको, सच्चा मार्ग सिखा दो।
इस जग के सब प्राणी को अब, बाधा रहित बना दो।।
मैया हम सब उतारें तेरी आरती।।४।।
तेरा नाम जपें जब माता, भूत प्रेत सब भागें।
करे ‘‘सारिका’’ वन्दन जो भी, उसकी किस्मत जागे।।
मैया हम सब उतारें तेरी आरती।।५।।