चारित्र लब्धि
Attainment of right conduct.
यह व्रत १३ प्रकार के चारित्र की लब्धि के लिए किया जाता है . अहिंसा महाव्रत के १४ व, सत्य के ८ , अचौर्य के ८ , भाह्म्चार्य के २० , परिग्रह्त्याग के २४ , र५आत्रिभोजन त्याग का १ , ईर्यासमिति का १ , भाषा समिति के १० , एषणासमिति के ४६ , आदान निक्षेपण का १, प्रतिष्ठापन समितियों के १-१ , तीनगुप्ती के ३ ऐसे १३७ व्रत किए जाते हैं , विशेष विदी , मंत्र एवं पूजा “व्रतविधि एवं पूजा “भाग २ पुस्तक में देखें ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]