ब्रिटिश मेडिकल जर्नल की एक विशेष रिपोर्ट के अनुसार एक मीटर (३९.३ इंच) या इससे मोटी कमर वालों में इंसुलिन अवरोध का गंभीर खतरा रहता है। यह स्थिति मधुमेह और दिल संबंधी रोगों की भविष्यवाणी करती है। वैज्ञानिकों ने विभिन्न उम्र व आकार के २७०० लोगों के कमर के घेरे और उनके शरीर विज्ञान का तुलनात्मक अध्ययन करके यह निष्कर्ष निकाला है। अध्ययन में यह बताया गया है कि पुरूष हो या महिला, कमर का घेरा अगर १०० से.मी. (३९ इंच) से कम है तो इंसुलिन अवरोध से मुक्ति मिलती है।