कृमि रोग १० ग्राम नींबू के पत्तों को रस (अर्क) में १० ग्राम शहद मिलाकर पीने से १०-१५ दिनों में पेट के कीड़ें मरकर नष्ट हो जाते हैं। नींबू के बीजों के चूर्ण की फाकी लेने से कीड़ों का विनाश होता है। शिरगुल नींबू के पत्तों का रस निकालकर नाक से सूंघे जिसे व्यक्ति को हमेशा सिरदर्द बना रहता है। उसे भी इससे शीघ्र आराम मिलता है। चेहरे की सुन्दरता के लिये १० ग्राम नींबू का रस १० बूंद ग्लिसरीन तथा १० ग्राम गुलाबजल इन तीनों को मिलाकर रख लें। यह एक प्रकार से लोशन सा तैयार हो जाएगा। इस लोशन को प्रतिदिन सुबह स्नान के पश्चात तथा रात्रि सोने से पूर्व हल्के—हल्के मलने से चेहरा रेशम की तरह कोमल बन जाएगा। नींबू के रस में बराबर की मात्रा में गुलाबजल मिलाकर चेहरे पर लगाएं। आधे घंटे बाद ताजे जल से धो ले। चेहरे पर मुंहासे बिल्कुल साफ हो जाएगी। यह प्रयोग करीब १०-२५ दिनों तक करें। जीभ विकास नींबू के रस में थोड़ा सेहुड़ का नाम में पिचकारी देने से नाक से खून गिरता हो, तो बंद हो जाएगा। नक्सीर ताजे नींबू का रस निकालकर नाक में पिचकारी देने से नाक से खून गिरता हो, तो बंद हो जाएगा। तृष्णा किसी कारण से प्यास लगती हो, तो नींबू चूसने या शिकंजी पीने से तुरंत प्यास बंद हो जाती है।
इसे तेज बुखार में दिया जा सकता है। बालों का झड़ना व रूसी नींबू के रस में दो गुना नारियल का तेल मिलाकर हल्के हाथों से सिर पर मालिश करने से बाल झड़ना बंद हो जाते हैं व बाल मुलायम भी हो जाते हैं तथा रूसी से मुक्त हो जाते हैं। यदि सिर में रूसी हो , तो नींबू के रस में नारियल का तेल मिलाकर रात को सिर में मलने से और सुबह गुनगुने जल और अरीठे के पानी से सिर धोएं। २—४ बार यह क्रिया करने से खुश्की नष्ट हो जाती है। मिर्गी चुटकी भर हींग को नींबू में मिलाकर चूसने से मिर्गी रोग में लाभ होगा। पायरिया नींबू का रस व शहद मिलाकर मसूड़ों पर मलते रहने से रक्त व पीप आना बंद हो जाएगा। दांत व मसूढ़ों का दर्द दांत दर्द होने पर नींबू को चार टुकडों में काट लीजिए, इसके पश्चात ऊपर से नमक डालकर एक के बाद एक टुकड़ों को गर्म कीजिए। फिर एक टुकड़ा दांत व दाढ़ में रखकर दबाते जाएं व चूसते जाएं, दर्द में काफी राहत महसूस होगी। मसूड़े फूलने पर नींबू को पानी में निचौड़ कर कुल्ले करने से अत्यधिक लाभ होगा। दांतों की चमक नींबू के रस व सरसों के तेल को मिलाकर मंजन करने से दांतों की चमक निखर जाएगी। हिचकी एक चम्मच नींबू का रस व शहद मिलाकर पीने से हिचकी बंद हो जाएगी। इस प्रयोग में स्वादानुसार काला नमक भी मिलाया जा सकता है। खुजली नींबू में फिटकरी का चूर्ण भरकर खुजली वाले स्थान पर रगड़ने से खुजली समाप्त हो जाएगी। जोड़ों का दर्द इस दर्द में नींबू के रस को दर्द वाले स्थान पर मलने से दर्द व सूजन समाप्त हो जाएगी। पीड़ा रहित प्रसव यदि साधारण के चौथे माह से प्रसवकाल तक स्त्री एक नींबू की शिकंजी नित्य पीए तो प्रसव बिना कष्ट संभव हो सकता है। मूत्रावरोध नींबू के बीजों को महीन पीसकर नाभि पर रखकर ठंडा पानी डालें, रूका हुआ पेशाब खुलकर व साफ आ जाता है।
तपेदिक नींबू के २५ ग्राम रस में ११ तुलसी के पत्ते तथा जीरा, हींग व नमक स्वादानुसार इन सबको गर्म पानी में मिलाकर पीने से तपेदिक रोग में लाभ होगा। सांस फूलना नींबू के रस में शहद मिलाकर चाटने से काफी राहत महसूस होगी।