एयं च सयसहस्सा चालीससहस्स होंति णिद्दिट्ठा।
एयं च सयं णेया सोलस कमलाण परिसंखा।।१२६।।
विक्खंभुच्छेहादी पउमाणं दुगुणदुगुणवड्ढी दु।
हिमवंतादो णेया जाव दु णिसहो गिरिंदो य।।१२७।।
जंबूदुमेसु एवं परिसंखा होंति जंबुगेहाणं।
णवरि विसेसो जाणे चत्तारिदुमाहिया जंबू।।१२८।।
जंबूदुमाहिवस्स दु चत्तारि हवंति तस्स महिसीओ।
चत्तारि जंबुगेहा देवीणं होंति णिद्दिट्ठा।।१२९।।
एदेण कारणेण य चदुसहिया होंति जंबुगेहाणि।
जह वण्णणा सरस्स दु तह जंबुदुमस्स णिद्दिट्ठा।।१३०।।
उणवीसा एयसयं चालीससहस्स तह य जंबुघरा।
एयं च सयसहस्सं जंबुस्स दु होंति परिवारा।।१३१।।