जल हमारे जीवन का आधार है । जल के बिना जीवन की कल्पना भी मुश्किल है। कुदरत की इस अनमोल देन में कई खूबियां है । जीवनदायी होने के साथ जल एक औषधि भी है, जिससे कई बीमारियों को ठीक किया जा सकता है । जल चिकित्सा पद्धति से आप स्वस्थ एवं खुशहाल जीवन जी सकते हैं, यहां तक कि इससे हृदय से जुडी समस्याओं का भी निदान किया जा सकता है । इसके अलावा कब्ज, दस्त, उच्च रक्तचाप और रक्त गाढा होने के मामलों में भी यह पद्धति उपयोगी है । बेहतर सेहत के लिए नियमित रूप से सुबह खाली पेट दो गिलास पानी जरूर पिएँ । नाश्ते, दोपहर के भोजन, ब्रंच और रात के खाने से कम से कम एक घंटे पहले एक गिलास पानी अवश्य लें । शरीर से अतिरिक्त अम्लीयता हटाने के लिए ‘कुंजल क्रिया’ की जाती है ” वहीं ‘शंख प्रक्षालन’ एक तरह का योगाभ्यास है, जो विषैले पदार्थों एवं अन्य बेकार तत्वों से शरीर को बचाता है ।