इन कमल पुष्पों पर जितने भवन कहे गए हैं उतने ही वहाँ पर विविध प्रकार के रत्नों से निर्मित जिनगृह भी हैं। ये जिनभवन नाना प्रकार के तोरण द्वारों से सहित झारी, कलश, दर्पण, घंटा एवं ध्वजा आदिकों से परिपूर्ण हैं। इनमें उत्तम चामर, छत्र, सिंहासन, भामंडल, पुष्पवृष्टि आदि से संयुक्त जिन प्रतिमाएँ विराजमान हैं।