ज्ञान कल्याणक – तीर्थंकर भगवान के जब चार घातिया कर्मों का नाश हो जाता है , तब उन्हें केवलज्ञान प्रकट हो जाता है । इसी अवस्था का नाम है- ज्ञान कल्याणक ।