११ फरवरी से १७ फरवरी २०१६ तक अतिशयकारी १०८ फुट भगवान ऋषभदेव प्रतिमा का पंचकल्याणक प्रतिष्ठा होने के उपरांत ऋषभगिरि, मांगीतुंगी में १८ फरवरी से लगातार देश-विदेश के लाखों श्रद्धालु भक्तों ने भगवान का अभिषेक किया।
लेकिन समारोह के अंतिम छोर में दिनांक १ मार्च को मानों इन्द्रों का भी सब्र टूट गया और भारी झमाझम बारिश के साथ १०८ फुट के भगवान ऋषभदेव का महाभिषेक किया। निश्चित ही १०८ फुट की यह प्रतिमा सृष्टि का एक अनुपम उपहार है और अतिश्योक्ति नहीं लेकिन वास्तव में यह एक स्वयंभू भगवान है, जो स्वयं इस पर्वत को चीरकर प्रगट हुए हैं।
ऐसे भगवान की प्रतिमा का जब झमाझम बारिश ने अभिषेक किया तो मांगीतुंगी में उपस्थित सभी भक्तों में हर्ष की लहर दौड़ गई और हर किसी के मुख से इन्द्रों द्वारा पवित्र जल से भगवान के अभिषेक की चर्चाएँ चलने लगीं। बारिश का यह समां लगातार २-३ मार्च को भी बना रहा और कभी सुबह तो कभी मध्यान्ह में हुई बारिश ने जहाँ प्रभु का अभिषेक किया, वहीं भक्तों के लिए खुशनुमां वातावरण प्रस्तुत करके सभी को ठण्डे मौसम के साथ हिल स्टेशन की याद दिलाई।
विशेष चमत्कार यह रहा कि ऐसी बारिश के उपरांत भी ऋषभगिरि, मांगीतुंगी के लगभग ६ किमी. से भी अधिक परिसर में फैले ३००० फ्लैट्स आदि की विशाल व्यवस्था में कहीं कोई विघ्न अथवा किसी यात्री को कोई तकलीफ नहीं हुई और अस्थाई कमरोंं के बावजूद हर किसी ने पूरी सुविधा के साथ महोत्सव का भरपूर आनंद उठाया।