टोंक – सम्मेदशिखर पर्वत के जिन स्थानों से भगवन्तों ने मोक्षधाम को प्राप्त किया , उन्हें जैन ग्रंथों में टोंक संज्ञा प्रदान की है । सम्मेदशिखर के पर्वत पर ऐसी २४ टोंक हैं । जहाँ भक्तगण श्रद्धापूर्वक जाकर प्रभु की वंदना करते हैं ।