आजकल बहुत से लोग डाइटिंग करने लगे हैं। बार—बार मिस वल्र्ड तथा मिस यूनिवर्स प्रतियोगिताओं में खासतौर पर भारतीय युवतियों के जीतने से युवतियों में सुडौल व सुन्दर बनने की एक अनोखी लहर सी दौड़ उठी है । कई लोग जिम व पार्लर जाते हैं तो कई लोग सोचते हैं कि यदि वे डाइटिंग करें तो उनकी मोटापे की समस्या ठीक हो जायेगी लकिन डाइटिंग करने से पहले आपको यह ध्यान रखना चाहिए कि आपको आवश्यक भोजन बार—बार मिल रहा है या नहीं। अक्सर यह देखा जाता है कि लोग डाइटिंग के चक्कर में इतना कम खाने लगते है और इतनी गलत खुराक लेते हैं कि वजन कम तो क्या , उन्हें अनेकों प्रकार की कमजोरियां महसूस होने लगती है। इसलिए डाइटिंग करने से पहले आप पहचाने कि किस प्रकार से डाइटिंग करनी चाहिए और किस प्रकार का भोजन जरूरी है। यह जानकारी बहुत जरूरी है कि आपको कब, क्या और कितना खाना चाहिये। एक वयस्क युवती को कम से कम १२०० कैलोरी और व्यस्क पुरूष को १६०० कैलोरी की जरूरत होती है। अपना भोजन कम से कम तीन खुराकों में बांट लें। इससे आपको एक समय पर ज्यादा भूख नहीं लगेगी और इस चक्कर में आप ज्यादा नहीं खायेंगे। नियंत्रण में खाने के चक्कर में आप कम खुराक न लें जिससे आप वजन कम करने के बजाय कमजोरी महसूस करें। एक खुराक में प्रोटीन और कार्बोहाईड्रेट सही मात्रा में लेने चाहिए । आइये एक आदर्श आहार तालिका देखें।
नाश्ता:— एक गिलास वसा रहित दूध अथवा जूस अथवा नींबू पानी लें। दो टोस्ट लें। थोड़ा सा पनीर या पनीर की भुरजी अथवा चीज लें। यदि आप इससे तंग आ जाएं तो वर्षा के मौसम में और सर्दियों में गरम दूध के साथ एक प्याला दलिया या कॉर्नफ्लैक्स लें। यदि आप चाहें तो इसके बाद आप एक प्याला चाय अथवा कॉफी ले सकते हैं।
दोपहर का भोजन —एक कटोरी दाल, अथवा कोई रसेदार सब्जी पर्याप्त हरी सब्जियों का सलाद जैसे टमाटर , बंदगोभी, खीरा इत्यादि व दो चपाती अथवा चावल । इसके बाद फल खाना बहुत जरूरी है।इस समय आप एक कटोरी दही भी ले सकते हैं। नौकरीपेशा लोगों को चाहिए कि वे बाहर से बर्गर इत्यादि खाने के बजाय घर से सैंडविच तथा सलाद ले जाएं, या फल इत्यादि ले जाय सप्ताह में एक दिन आप केवल सादा दही व फल लें या फिर पूरा भोजन लेने के बजाय केवल जूस व सलाद या फल लें।
शाम का भोजन :— इस समय सब्जी खाना बहुत जरूरी है। कोई दाल या कोई रसेदार सब्जी या पनीर के बने व्यंजन लें। इसके बाद आप कोई भी पुडिंग या मीठा व्यंजन ले यदि आपको कभी बीच में भूख लगे तो कभी भी चिप्स इत्यादि न लें। यदि आप उस समय छाछ या नींबू पानी लें तो बेहतर होगा। ज्यादा चाय व कॉफी पीने से भी वजन बढ़ता है । यदि आप सप्ताह में एक दिन केवल पेय पदार्थों पर रह सके तो आप स्वयं ही महसूस करेंगे कि आपको कितना अच्छा लग रहा है । इस दिन आप कोई भी जूस, मिल्क शेक, नींबू पानी व बुहत अधिक पानी लें। रात को एक समय कोई भी हल्का खाना खाएं। हम लोग प्राय: यह गलती करते हैं कि हम बस वही घिसी पिटी चीजें खाते हैं। हमें अपना भोजन व खाने के तौर तरीके बदलने चाहिये। हम यह तो जानते है कि अंकुरित दाल अच्छी है लेकिन हम इसे दैनिक भोजन का हिस्सा क्यों नहीं बनातें? सब्जियां अधिक खानी चाहिए। हम यह भी जानते हैं कि प्रोटीन भी हमारे शरीर के लिए जरूरी है लेकिन कुछ प्रोटीन युक्त आहार से ज्यादा कैलोरीज होती है और कुछ में कम। इसकी भी जानकारी जरूरी है कि किस प्रोटीनयुक्त आहार में कम कैलोरी है। फल जितना भी आप लें, वह कभी हानिकारक नहीं होता। खासतौर पर रसदार फल जैसे, मौसमी, संतरा, अंगूर, और तरबूज व खरबूजा जी भर के ले सकते हैं। यदि हम अपनी खुराक में एक समय का भोजन केवल फल व दही पर आधारित रखें तो बहुत फायदा होगा। अनाज खाते समय आप यह ध्यान में रखें कि गेहूंयुक्त ब्रेड जिसे हम ब्राउन ब्रेड कहते हैं, वह लें। जब भी आप अपने खाने पीने के तौर तरीके बिल्कुल बदलते हैं तो आपके शरीर में नई तरह की प्रतिक्रियाएं पैदा हो जाती है जैसे यदि आप अचानक कार्बोहाइड्रेट कम कर रहे हैं तो आपको कब्ज होने का डर है, इसलिए आपको ज्यादा पानी व जूस इत्यादि लेना चाहिये। डाइटिंग का सही मतलब केवल ‘कम’ खाना नहीं है इसका सही मतलब है ‘सही’ खाना। यह सही खुराक ही आपको चुस्त व सुडौल बनाएगी।