णमोंकार मंत्र
‘‘Namo Arihantanam, Namo Siddhanam, Namo Ayariyanam, Namo Uvajjhayanam, Namo Loe Savvasahunam.’’ It is an omnipotent Mantra (an assemblage of super auspicious mystic words) of Jaina religion. णमो अरिहंताणं, णमों सिद्धाणं, णमोआयरियणं, णमो उवज्झायाणं, णमों लोएसव्व्साहूणं यह जैन शासन का मूलमंत्र (सर्वशक्तिमान मंत्र) है , जिसमें परमेष्ष्ठियों अर्थात् अरहन्त, सिद्ध, आचार्य , उपाध्याय, और लोक के सर्व साधुओं को नमस्कार किया गया है। इससे 84 लाख मंत्रो की उत्पत्ति हुई है। यह अनादिनिधन (शाशवत), अपराजित मंत्र कहा जाता है। [[श्रेणी:शब्दकोष]]