जन्म भूमि | राजगृही (जिला नालंदा) बिहार | प्रथम आहार | राजगृह के राजा वृषभसेन द्वारा (खीर) |
पिता | महाराजा सुमित्र | केवलज्ञान | वैशाख कृ. ९ |
माता | महारानी सोमा | मोक्ष | फाल्गुन कृ. १२ |
वर्ण | क्षत्रिय | मोक्षस्थल | सम्मेदशिखर पर्वत |
वंश | हरिवंश | समवसरण में गणधर | श्री मल्लि आदि १८ |
देहवर्ण | वैडूर्यमणि सदृश | मुनि | तीस हजार (३००००) |
चिन्ह | कछुआ | गणिनी | आर्यिका पुष्पदंता |
आयु | तीस हजार (३००००) वर्ष | आर्यिका | पचास हजार (५००००) |
अवगाहना | अस्सी (८०) हाथ | श्रावक | एक लाख (१०००००) |
गर्भ | श्रावण कृ. २ | श्राविका | तीन लाख (३०००००) |
जन्म | वैशाख कृ. १२ | जिनशासन यक्ष | वरूण देव |
तप | वैशाख कृ. १० | यक्षी | बहुरूपिणी देवी |
दीक्षा -केवलज्ञान वन एवं वृक्ष | नील वन एवं चंपक वृक्ष |