तीर्थंकर भक्ति Name of a book written by Acharya Samant-bhadra. आचार्य समंतभद्र (ई. 120-185) ककृत स्तुति विद्या भक्ति स्तोत्र, अपरनाम जिनशतक। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]