प्रश्न १ – तेरहव्दीप तीनों लोकों में से किस लोक में निर्मित है?
उत्तर-मध्यलोक में।
प्रश्न २ – तेरहद्वीपों में किस-किस द्वीप में अकृत्रिम जिनमंदिर हैं?
उत्तर – जम्बूद्वीप, धातकीखण्डद्वीप, पुष्करार्धद्वीप, नंदीश्वरद्वीप, कुण्डलवरद्वीप और रुचकवरद्वीप।
प्रश्न ३ – पूरे तेरहद्वीप में कितने अकृत्रिम जिनमंदिर हैं?
उत्तर – ४५८ अकृत्रिम जिनमंदिर हैं।
प्रश्न ४ – तेरहद्वीप रचना में पंचमेरु पर्वत कहाँ-कहाँ हैं?
उत्तर – जम्बूद्वीप, पूर्वधातकीखण्डद्वीप, पश्चिम धातकीखण्डद्वीप, पूर्व पुष्करार्धद्वीप और पश्चिम पुष्करार्धद्वीप।
प्रश्न ५ – पांचों मेरु पर्वत के नाम बताओ?
उत्तर – १. सुदर्शनमेरु २. विजयमेरु ३. अचलमेरु ४. मंदरमेरु और ५. विध्युन्माली मेरु।
प्रश्न ६ – जम्बूद्वीप-हस्तिनापुर में निर्मित १०१ फूट ऊँचे पर्वत का क्या नाम है? उत्तर-सुमेरुपर्वत।
प्रश्न ७ – हस्तिनापुर की तेरहद्वीप रचना में तीर्थंकर भगवन्तों के कितने समवसरण बनाये गये हैं? उत्तर-१७० समवसरण।
प्रश्न ८ – तेरहद्वीप में कहाँ-कहाँ कितनी भोगभूमियाँ हैं?
उत्तर – ३० भोगभूमि हैं-एक मेरु संबंधी-हिमवत्, हरि, रम्यक्, हैरण्यवत्, देवकुरु, उत्तर-कुरु, ऐसी ६, इस प्रकार पाँच मेरु संबंधी ६x५=·३० भोगभूमि हैं।
प्रश्न ९ – तेरहद्वीप रचना में विदेहक्षेत्र कहाँ-कहाँ और कितने हैं?
उत्तर – १६० विदेहक्षेत्र हैं-जम्बूद्वीप में ३२, पूर्वधातकीखण्ड मे ३२, पश्मिच धातकीखण्ड में ३२, पूर्व पुष्करार्धद्वीप में ३२,पश्चिम पुष्करार्धद्वीप में ३२, इस प्रकार ३२²५·१६० विदेहक्षेत्र हैं।
प्रश्न १० – तेरहद्वीप रचना पूज्य ज्ञानमती माताजी के ध्यान में किस सन् में प्रगट हुई थी? उत्तर-सन् १९६५ में।
प्रश्न ११ – तेरहद्वीपों में मनुष्यों का आवागमन किस द्वीप तक रहता है? उत्तर-ढाईद्वीप तक।
प्रश्न १२ – तेरहद्वीप मे पाँचवें द्वीप और समुद्र का नाम क्या है? उत्तर-क्षीरवर द्वीप और क्षीरवर समुद्र।
प्रश्न १३ – तेरहवें रुचकवर द्वीप में कितने जिनमंदिर हैं? उत्तर-४ अकृत्रिम जिनमंदिर हैं।