श्रावण कृष्णा प्रतिपदा के दिन जब सूर्य अभ्यंतर मार्ग में रहता है तब दक्षिणायन का प्रांरभ है एवं अंतिम गली में पहुँच कर वापस आना प्रारंभ करने पर उत्तरायण होता है।