दाँत में पानी लगना पानी पीते समय दाँत में टीस होने लगती है तब पलास के पत्तों के प्रयोग से ही लाभ हो जाता है। पत्तों से कुल्ला करना। लौंग के तेल का मंजन करने से दाँतों से पानी लगना बन्द हो जाता है। सरसों का तेल, नमक, हल्दी को पेस्ट बनाकर दाँतों में मंजन करने से दाँत हिलना एवं पानी लगना बंद हो जाता है। दाँत दर्द, मसूढ़े दाँत मसूढ़े में दर्द हो तो आधा चम्मच पिसी हल्दी, एक चुटकी नमक और फिटकरी हथेली में लेकर थोड़ा सा सरसों का तेल टपका कर पेस्ट सा बना कर अंगुली से दाँत व मसूढ़ों पर हल्के हल्के मलें और लार टपकाते जायें, आधा घंटे तक लार थूकते रहें, कुछ खायें पीयें नहीं फिर कुल्ले कर लेवें। दाँत दर्द— दो चुटकी खाने वाला सोडा मंजन की तरह मालिश करें ५ मिनट बाद गुनगुने पानी से कुल्ला करें, दाँत दर्द बन्द हो जायेगा और दाँतों में चमक आ जायेगी। मुंह में पानी भरना यह अजीर्ण रोग का उपसर्ग होता है। इसमें पेट भारी रहने के साथ ही मुंह में पानी भर भर कर आता है। हिंग्वाष्टक चूर्ण चाटें या अमृतधारा लें या आधे नींबू पर नमक जीरा भुना हुआ, काली मिर्च का चूर्ण बुरक कर गर्म कर दिन में दो बार चाटने से लाभ होता है। आक का दूध और चासनी बराबर मात्रा में रुई के फोहे से लगाकर दांत पर रखें कैसा भी दर्द हो गायब हो जाता है। मुंह का लिबलिबाना, चिकनाहट सेंधा नमक और फिटकरी समान लेकर उसके पाउडर से मंजन करने पर दाँतों का मुँह लिबलिबाना मिट जाता है।
बादाम का छिलका जलाकर ढक दें। दूसरे दिन पीसें और राख का पाँचवा भाग फिटकरी मिलाकर पुन: पीस लें। इससे मंजन करने से दाँत साफ होंगे एवं प्राय: सभी रोग दूर रहेंगे। दाँतों की मजबूती के लिए बादाम के छिलके जलाकर, बुझाकर, पीसकर सेंधा नमक मिलाकर मंजन करें। सेंधा नमक और फिटकरी दोनों बादाम की पीसी हुई राख में मिला सकते हैं। दाँत हिलते हों लगता हो कि टूटने वाला है तो चिकनी मिट्टी चाहे (काली हो या लाल) भिगोकर नित्य प्रात: व शाम को मसूढ़ों पर लगायें। दाँत मजबूत हो जाएंगे। बारीक पिसा हुआ नमक दाँतों पर मलने से चमक आती है। माजूफल पंसारी के पास मिलता है। इसे बारीक पीस लें। नित्य इसका मंजन करने से दाँतों में पानी लगना बंद हो जाता है। दाँत मजबूत होते हैं, रक्त निकलना बंद होता है। सामान्य दांत रोग मिटते हैं। दाँत खट्टे हो जाएं तो बादाम खायें। इससे दाँतों का खट्टापन दूर हो जाएगा। दाँत खट्टे हो जाएं तो पिसा हुआ नमक दाँतों पर मलें। गर्म पानी में नमक डालकर कुल्ला करें। गर्म चीज खाएं। एक दो बार सरसों का तेल एक नथुने से सूँघने पर दाँत का दर्द कुछ समय के लिए बंद हो जाता है। सरसों के तेल में नमक मिलाकर बहुत बारीक कपड़े से छान लें और उससे मंजन करने से दाँत दर्द और मूसढ़े फूलना ठीक हो जाता है। दाँत हिलता हो तो तिल के तेल में पिसा हुआ काला नमक मिलाकर मंजन करें। लाभ होगा। पहले दो मिनट गर्म पानी मुँह में रखें, फिर बहुत ठंडा दो मिनट मुँह में रखें, इस प्रकार बार बार करें। गर्म पानी से शुरू करें और ठंडे से समाप्त करें। दर्द मिटने के बाद भी तीन दिन करें। मसूढ़े हों तो गर्म पानी से कुल्ला करें। गर्म पानी से कुल्ला करने से दाढ़—दाँत की पीड़ा ठीक हो जाती है। दाँत में कीड़ा लगा हो तो दर्द हो तो आँवले के रस में जरा—सा कपूर मिलाकर दाँत पर लगावें। दर्द दूर हो जाएगा। दाँत दर्द हो तो दर्द वाले दाँत पर कपूर दबायें। दाँत में छेद हो तो कपूर भर दें। दर्द दूर होगा, कीड़े निकल जाएंगे। दाँत में छेद हो दर्द हो तो फिटकरी रुई में रखकर छेद में दबा लें और लार टपकायें। दाँत दर्द ठीक हो जाएगा। नीम की पत्तियाँ, काली मिर्च, काला नमक खाने से पायरिया नष्ट हो जाता है। आँवला जलाकर उसमें थोड़ा सेंधा नमक मिलाकर सरसों के तेल के साथ मंजन करें। पायरिया में लाभ होगा।
ताजे पानी में नींबू निचोड़कर कुल्ला करें, पीयें। इससे मसूढ़े फूलना, मुँह की दुर्गन्ध दूर होती है। एक भाग नमक, दो भाग फिटकरी बारीक पीसकर मसूढ़ों पर नित्य तीन बार मलें। फिर एक गिलास गर्म पानी में पाँच ग्राम फिटकरी मिलाकर कुल्ले करें। इससे मसूढ़े व दाँत मजबूत होंगे, रक्त मवाद आना बंद हो जाएगा। गर्म पानी में नमक मिलाकर प्रतिदिन दो बार कुल्ले करें। मसूढ़े स्वस्थ होंगे। मसूढ़ों के ऐसे असाध्य रोग जो दूसरी औषधियों से न मिटते हों, मेंहदी के पत्तों के उबले हुए पानी से कुल्ला करने से मिटते हैं।
पाइरिया — पाइरिया, मसूड़ों में दर्द, सूजन, रक्त आता हो तो एक भाग नमक, दो भाग फिटकरी बारीक पीसकर मसूढ़ों पर नित्य तीन बार मलें। फिर एक गिलास गर्म पानी में पाँच ग्राम फिटकरी डालकर हिलाकर कुल्ला करें। लाभ होगा।
दाँत किटकिटाना — पिसी हुई चौथाई चम्मच अजवाइन में जरा सा सेंधा नमक मिलाकर खाने या फाँकी लेने से दाँत किटकिटाना बंद हो जाता है। सदासुहागिन के पत्तों को पीसकर गोली बना लें। सफेद फिटकरी तवे पर रखकर फुला लें। इसमें सेंधा नमक मिला लें, २—३ लौंग छोटी इलाइची के दाने पीसकर छानकर शीशी भर लें। सुबह शाम मंजन करने से दाँत दर्द ठीक होगा ही, साथ—साथ दाँतों का हिलना एवं दुर्गन्ध भी नहीं आयेगी। दो चम्मच सरसों का तेल और आधा चम्मच पिसा नमक मिलाकर मुँह में रखकर इधर—उधर घुमाते रहें। जब मुँह में थूक इकट्ठा हो जाय तो थोड़ा सा थूक दें। आधा घंटे मुँह में घुमाते रहने पर थूक दें और १०—१५ मिनट तक लार गिराते रहें जिससे सारी चिकनाई निकल जाय। आधा घंटे तक कुल्ला नहीं करना। इस क्रिया से पाइरिया रोग में आश्चर्यदायक लाभ होता है। सुबह शाम मंजन करने के बाद पोटेशियम परमगनेट का एक दाना कुनकुने पानी में डाल दें। २—४ मिनट बाद कुल्ला करें पाइरिया में लाभ होगा।