इन देवों में जो पल्यप्रमाण आयु से युक्त हैं वे पाँच मुहूर्तों में एवं जो दस हजार वर्ष की आयु से युक्त हैं वे सात उच्छ्वास काल प्रमाण के अनंतर उच्छ्वास लेते हैं।