हरियाणा में भिवानी से महज ८ किमी की दूरी पर बसे बापोड़ा गाँव की आबादी महज १० हजार है। लेकिन यह छोटा सा गाँव देशभक्ति की मिसाल है। इस गाँव में हर घर से एक बेटा फौज में रहकर देश की सेवा कर रहा है। ऐसा कोई घर नहीं बचा है, जहां मातृभूमि की रक्षा के लिए कोई व्यक्ति आगे न आया हो। गाँव के कई फौजी बेटों ने देश की आजादी की लड़ाई में शहादत दी थी। इनमें वीर चक्र प्राप्त नायक मथन सिंह और कर्नल से बृजपाल सिंह शामिल है, वहीं पूर्व थलसेना प्रमुख जनरल वीके सिंह भी इसी गाँव के हैं। फौज से कैप्टेन के पद से रिटायर हुए अनूप सिंह तंवर का कहना है कि इस गाँव में शुरू से ही लोग देश को समर्पित हैं। उन्होंने बताया कि गाँव के सिपाही से लेकर आर्मी चीफ तक इस गाँव के रहे हैं, जिन्होंने न केवल देश की सेवा की है, बल्कि कई फौजियों ने तो देश पर अपनी जान न्योछावर कर दी। इस गाँव में के लोगों ने सैशन जज, डीआईजी, डिप्टी कलेक्टर, वाइस चीफ मार्शल और पायलट बन कर देश की सेवा की है।