जम्बूद्वीप लवण समुद्र आदिकों में से प्रत्येक के अधिपति दो-दो व्यंतर देव हैं। जम्बूद्वीप के अधिपति ‘आदर’ अनादर देव हैं। लवण समुद्र के प्रभास व प्रियदर्शन, धातकीखंड के प्रिय और दर्शन, कालोदधि के काल व महाकाल, पुष्करद्वीप के पद्म और पुण्डरीकदेव, मानुषोत्तर के चक्षु व सुचक्षु नामक दो देव, पुष्कर समुद्र के श्रीप्रभ व श्रीधर देव अधिपति हैं ऐसे ही आगे के देवों के नाम अन्यत्र देख लेना चाहिए। ये देव अपने-अपने द्वीप समुद्रों के उपरिम भाग में स्थित नगरों में बहुत प्रकार के परिवार से युक्त होकर क्रीड़ा किया करते हैं। इनमें से प्रत्येक की आयु एक पल्य एवं ऊँचाई दस धनुष प्रमाण है।