विश्वव्यापी धूम्रपान की व्यापकता बढ़ रही है। पीने वालों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। जिससे कैंसर दमा आदि बीमारियों में बढ़ोतरी हो रही है। धूम्रपान से शरीर में रक्त का प्रवाह सुचारू रूप से नहीं हो पाता जिससे रक्त के थक्के बनने लगते हैं जो हार्ट व ब्रेन अटैक का रूप ले लेते हैं। धूम्रपान करने वाले के साथ धूम्रपान न करने वाले को भी इसके धुएं से अनेक बीमारियां हो जाती हैं ओटावा विश्वविद्यालय के एक शोध के अनुसार इससे दिमागी बीमारियां बढ़ रही हैं और मस्तिकघात का खतरा तीन गुना बढ़ गया है।