कुछ महिलायें बहुत ही निडर स्वभाव की होती हैं और उन्हें किसी भी तरह की परेशानी में डर नहीं लगता है | वहीं कुछ ऐसी भी होती हैं जो परेशानी में तो नहीं घबराती हैं, लेकिन रात के समय में अँधेरा उनके लिए डर का कारण जरूर बन जाता है | अधिकतर देखा गया है डरावनी फ़िल्में देखने या इसी तरह की कहानियाँ सुनने के बाद लोग अक्सर रात को डर जाते हैं | ऐसे लोगों के लिए कुछ उपाय – सोने से पहले रिलेक्स होने के लिए चाहें तो मेडिटेशन कर सकती हैं | हल्का फुल्का व्यायाम भी कर सकती हैं | दिमाग में बैठी हुई किसी भी तरह की डरावनी बात को पूर्णतया: निकालने की कोशिश करें | अपनी परेशानियों तथा उनके संभव उपचार की एक लिस्ट बना लें और अगले दिन उन बातों पर अमल करें | सोने से पहले डरावनी फ़िल्में मत देखें | दूध या दही के साथ स्वल्पाहार का सेवन करें | यह शरीर में कैल्शियम तथा ट्रिप्टोफैन की मात्रा को बनाए रखता है जो आपको रिलेक्स करने में मदद करता है | तले-भुने तथा कड़वे भोजन से परहेज करें, क्योंकि यह आपको गैस की समस्या से परेशान करेगा | बहुत अधिक चाय-कॉफी का सेवन न करें, क्योंकि इसमें पाया जाने वाला निकोटीन नींद को प्रभावित करने में अहम भूमिका निभाता है | किसी भी तरह के नशे का सेवन न करें | बुरे ख़्वाबों से निपटने के लिए नींद खुलने पर उसे एक पन्ने पर लिख लें | यह जानने की कोशिश करें कि इस बात का जुड़ाव किस तरह से आपकी हालिया जीवन शैली से है | नकारात्मक विचार दूर करने के लिए आप अच्छा साहित्य या धार्मिक किताबें पढ़ सकती हैं |