(१) पूज्यश्री का नाम –क्षुल्लक १०५ नि:शकित सागर जी महाराज
(२) जन्मस्थान – शहदपुर (परगना चौराहा) जि. मुरैना (म. प्र.)
(३) जन्मतिथि व दिनाँक – १० फरवरी १९३६
(४) जाति – जैन (दि. जैन)
(५) गोत्र – पल्लीवाल (नंगेसुइया)
(६) (A) माता का नाम श्रीमति कौशल्या देवी
(B) पिता का नाम स्व. श्री दयाप्रसाद जी
(७) लौकिक शिक्षा – ५ वीं कक्षा पास
(८) आजीवन ब्रह्मचर्य व्रत/प्रतिमा-
व्रत ग्रहण करने का विवरण –
गृहस्थ जीवन में प्रतिमा धारण कर क्षुल्लक दीक्षा द्वारा –
(९) क्षुल्लक/क्षुल्लिका दीक्षा तिथि, दिनाँक व स्थान – २१ अक्टूबर, २००९ गिरनार जी
क्षुल्लक/क्षुल्लिका दीक्षा गुरु – गिरनार गौरव आचार्य निर्मल सागर जी
(१०) ऐलक दीक्षा तिथि, दिनाँक व स्थान – १२ साल की सल्लेखना १० मई, २०१२
(११)शिष्यों की संख्या –
आचार्य की संख्या-
उपाध्याय की संख्या-
मुनि की संख्या-
गणिनी की संख्या-
आर्यिका की संख्या-
ऐलक की संख्या-
क्षुल्लक की संख्या-.
क्षुल्लिका की संख्या-
ब्रह्मचारी भाई की संख्या-
ब्रह्मचारिणी बहनें की संख्या-
अन्य संख्या-
(१२)अन्य विशेष जानकारी – पूर्वाषाडानक्षत्र १०-०५-२०१३ ज्येष्ठ कृष्ण पंचमी, २०६९ वीर नि. २५३९ प्रात: ९ : ४५ बजे १२ वर्ष की संलेखना दीक्षा गुरु आचार्य श्री गिरनार गौरव निर्मल सागर जी से सिहनिकी डीप तप २०१२ में २०१३