A Commentary book written by Acharya kundkund.
आचार्य कुन्दकुन्द ई0127-179 द्वारा षट्खण्डागम के प्रथम तीन खंडो पर लिखित एक प्राकृत टीका। जो कि वर्तमान मे उपलब्ध नही है।