पुरुषार्थ से चमकता है किस्मत का सितारा,
विश्वास करोगे तो जरुर मिलेगा किनारा।
वैसे तो भोगों का चारों ओर दिखता है बोलबाला,
त्याग करोगे तो मिलेगा भव का किनारा ।
कोशिश से धूल में फूल खिल जाता है,
कोशिश से मौसम अनुकूल मिला जाता है,
अगर समुन्दर की लहरों से हार ना मानो
तो तैरते ही स्वयं कूल मिल जाता है।
बेमौसम पानी कभी बरस जाता है,
समझदार इंसान भी कभी बहक जाता है,
अगर बुरे दिन आये हैं तो मत घबराना भैया ,
उजाड़ गुलशन भी समय आने पर महक जाते हैं।