पूज्यश्री का नाम –मुनि श्री प्रार्थना सागर जी महाराज
जन्मस्थान – गुन्जौरा—गढ़ाकोटा, (सागर) म. प्र.
जन्मतिथि व दिनाँक – अश्विनी शुक्ल अष्टमी (८-१०-१९७०)
जाति – जैन
गोत्र – भारू मूरी—भारल्य
माता का नाम श्रीमति लक्ष्मी जैन
पिता का नाम श्री अमीनचन्द जैन
लौकिक शिक्षा – एम. ए.
आजीवन ब्रह्मचर्य व्रत/प्रतिमा-व्रत ग्रहण करने का विवरण – सप्त प्रतिमा व्रत द्वारा – आचार्य श्री विराग सागर जी महाराज-मुनि श्री निर्णय सागर जी महाराज से प्रेरणा मिली
मुनि दीक्षा तिथि, दिनाँक व स्थान – ३ अप्रैल, रामपुर (छत्तीसगढ़) मुनि दीक्षा गुरु – परम पूज्य आचार्य श्री पुष्पदन्त सागर जी महाराज
साहित्यिक कृतित्व -. मंत्र, यंत्र, तंत्र, हस्त रेखा से अपना भविष्य, ज्योतिष विद्या, ज्योतिष योग, पंचाग बोध, कदम—कदम पर मंजिल (१ से ८ तक)वास्तु दोष एवं निवारण, उन्नति के सूत्र, जीवन—उपयोगी सूत्र,ध्यान कैसे करें, नग्न क्यों, नारी क्या है, दुखी क्यों,कैसे मिलता सुख,गुरु से शुरू इतनी जल्दी क्यों इन्तजार किसका अब क्या होगा, सांझ का भूला, देखों अपनी आदत, आओ करें प्रार्थना, आओ करे अर्चना, टेंशनमुक्ती का उपाय, कलह क्यों, आखिर क्या है धर्म, मत मानो भगवान को,मत करो विश्वास, स्वयं को बदलो दूसरों को नहीं, आखिर ऐसा क्यों होता है, अब क्या होगा, संस्कारों के चमत्कार, अंग लक्षण से जाने व्यक्ति का स्वभाव, ऐसे होता बोध, कैसे होता आत्म कल्याण, कैसा होता सत्संग, आखिर क्या है धर्म, इन्तजार किसका, बस प्रेम करो, आदि लगभग ५० पुस्तके।
संघ का संपर्क़ सूत्र (मोबाइल, फोन, ईमेल) – ०८०५८२३२३५८’