-आर्यिका चंदनामती
तर्ज-तन डोले………..
णमोकार बोलो, फिर आँख खोलो, सब कार्य सिद्ध हो जाएँगे,
नर जन्म सफल हो जाएगा।।
प्रात:काल उषा बेला में, बोलो मंगल वाणी।
हर घर में खुशियाँ छाएँगी, होगी नई दिवाली।। रे भाई…….
प्रभु नाम बोलो, निजधाम खोलो, सब कार्य सिद्ध हो जाएँगे,
नर जन्म सफल हो जाएगा।।१।।
परमब्रह्म परमेष्ठी की शक्ती, यह मंत्र बताता।
णमोकार के उच्चारण से, अन्तर्मन जग जाता।। रे भाई……
नौ बार बोलो, सौ बार बोलो, सब कार्य सिद्ध हो जाएँगे,
नर जन्म सफल हो जाएगा।।२।।
ॐ शब्द का ध्यान ‘‘चन्दना’’ मन को स्वस्थ बनाता।
इसके ध्यान से मानव इक दिन, परमेष्ठी पद पाता।। रे भाई….
नौ बार बोलो, सौ बार बोलो, सब कार्य सिद्ध हो जाएँगे,
नर जन्म सफल हो जाएगा।।३।।