तर्ज-इक परदेशी……..
ऋषभदेव मूर्ति का निर्माण हो गया।
जिनशासन का सबसे बड़ा काम हो गया।।
ऋषभगिरि मांगीतुंगी नाम हो गया।
रत्नत्रय की त्रिवेणी का धाम हो गया।।टेक.।।
महाराष्ट्र के नासिक जिले में, मांगीतुंगी तीर्थक्षेत्र है……तीर्थक्षेत्र है।
निन्यानवे कोटि मुनियों की, निर्वाणभूमि यह सिद्धक्षेत्र है….सिद्धक्षेत्र है।।
इसका सारी दुनिया भर में नाम हो गया।
सबसे बड़ी मूर्ति का निर्माण हो गया।।१।।
जबसे ज्ञानमती माताजी के, इस तीरथ पर चरण पड़े हैं….चरण पड़े हैं।
तबसे तीरथ की महिमा में, सचमुच ही चार चाँद लगे हैं….चांद लगे हैं।।
उनकी प्रेरणा से अद्भुत काम हो गया।
सबसे बड़ी मूर्ति का निर्माण हो गया।।२।।
युग युग तक यह वीतराग प्रतिमा, सबको त्याग का संदेश देगी…..संदेश देगी।
सत्य अहिंसा अनेकांत का, बिन बोले ही उपदेश देगी…….उपदेश देगी।।
‘‘चन्दनामती’’ यह सिद्धी धाम हो गया।
सबकी कार्य सिद्धी का स्थान हो गया।।३।।