दुनिया में छोटे—छोटे कई बच्चे अपने हुनर, प्रतिभा और मेहनत के बल पर ऐसे काम कर जाते हैं, जो दूसरों के लिए मिसाल बन जाती है। बाल दिवस के इस मौके पर हम तुम्हें ऐसे भारतीय बच्चों के बारे में बता रहे हैं, जिन्होंने पूरी दुनिया में हमारे देश का नाम रोशन कर दिया है। इनसे मिला रही हैं (रजनी अरोड़ा)
गगन सतीश
रोलर—स्केट्स पहन कार के नीचे रहे गगन ने ३९ कारों के नीचे से १० मीटर की दूरी तय की रोलर—स्केट्स पहन कर । छह साल के गगन सतीस ने पैरों में रोलर—स्केट्स पहन कर एक बार में ३९ कारों के नीचे से गुजरने का रिकॉर्ड बनाया। पांच—पांच सेंटीमीटर की दूरी पर खड़ी कारों को पार करने के लिए गगन ने सिर्फ २९ सेकेड का समय लिया। गगन जब भी यह अजूबा दिखाते हैं तो उसे देखने के लिए हजारों की संख्या में लोग उमड़ जाते हैं।
महमूद अकरम
दुनिया का सबसे युवा बहुभाषी टाइपिस्ट १२ फरवरी २००६ को तमिलनाडू में जन्में महमूद अकरम ने यह खिताब जीता। वह कंप्यूटर के की—बोर्ड से ५० भाषाओं में टाइप कर सकते हैं । २४ अगस्त २०१४ को पंजाब में आयोजित समारोह के अवसर पर उन्होंने यह कर दिखाया।
तमन्ना बालाचंद्रन
दुनिया की सबसे छोटी प्रशिक्षित स्कूबा डाइवर १५ अप्रैल २००४ में जन्मी तमन्ना बालाचंद्रन ने १६ अप्रैल २०१४ को अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के हैवलॉक द्वीप पर यह खिताब जीता। वह मुंबई की रहने वाली चौथी क्लास की १० वर्षीय छात्रा हैं और स्वीमिंग प्रशिक्षक प्रफुल्ल चुग से स्विमिंग सीखती हैं। उन्हीं की देखरेख में हैवलॉक द्वीप पर समुद्र के अन्वेषक के रूप में एक्सप्लोर स्कूबा डाइविंग का कड़ा प्रशिक्षण लिया और दुनिया की सबसे छोटी प्रशिक्षित स्कूबा डाइवर का रिकॉर्ड बनाया। तमन्ना ने दसवीं क्लास में पढ़ रही अपनी बड़ी बहन राशि (१४ वर्ष) के साथ मिलकर दुनिया की सबसे छोटी युवा बहनों की स्कूबा डाइवर जोडी का रिकॉर्ड भी बनाया।
सृष्टि शर्मा
सबसे नीची लिंबो स्केटिंग में रिकॉर्ड महाराष्ट्र में ४ अगस्त २००४ को जन्मी सृष्टि धर्मेन्द्र शर्मा ने यह रिकॉर्ड २३ अगस्त २०१४ को बनाया। इस प्रतियोगिता का आयोजन ‘सेव गर्ल चाइल्ड’ के प्रचार के लिए किया था। उन्होंने ३ किलोमीटर लंबी लिंबो स्केटिंग की दूरी १८० डिग्री तक अपने पैर स्ट्रेच कर २० मिनट १७ सेवेंâड में पूरी की।
टीना पवार
ताश का सबसे बड़ा संग्रह राजस्थान की रहने वाली १४ साल की टीना पंवार को ताश इकट्ठा करने का बचपन से ही शौक रहा है। उसने २० मार्च २०१४ तक ७०० तरह के ताश एकत्रित कर लिए थे, जिन्हें सबसे अधिक संख्या में इकट्ठा करने का विश्व रिकॉर्ड बनाया।
मयंक साहू
एक मिनट में संगीत के कई स्वरों की पहचान २५ अप्रैल १९९७ में जन्में महाराष्ट्र के मयंक साहू ने यह पहचान किसी म्यूजिकल इंस्टूमेंट को देखे बिना ही की। उन्होंने इलेक्ट्रिक सिंथेसाइजर के जरिये एक मिनट में ८२ संगीत स्वरों की पहचान की।
रूहान अल्वा
गो— कारटिंग रेसिंग में रिकॉर्ड बेंगलुरू के ८ साल के रुहान अल्वा ने बचपन से ही रेसिंग कार चलाने के अपने सपने को पूरा कर लिया है। अमेरिका की प्यूजन मोटर स्पोट्र्स टीम की तरफ से वह ४ गो— कारटिंग रेस में शामिल हो चुके हैं और कामयाबी हासिल की है । उन्होंने १४ किलोमीटर की गो—कारटिंग रेस ५७ सेकेड में पूरी कर रिकॉर्ड बनाया है।
वी महेश
तैराकी मैराथन में सबसे तेज आंध्र प्रदेश में रहने वाले ६ साल के मास्टर वी महेश ने तैराकी मैराथन में विश्व रिकॉर्ड बनाया। उन्होंने ४ घंटों में १० किलोमीटर की दूरी तय की।
बेबी गुर्रम निधि
शास्त्रीय—लोकनृत्य की विभिन्न रूपों में परफॉर्मेंस १७ अक्टूबर २००४ को आंध्र प्रदेश में जन्मी बेबी गुर्रम निधि ने डांस करके रिकॉर्ड बनाया। यह डांस १५ अक्टूबर २०१३ को चिक्काडपल्ली के त्यागराया गण सभा में वंशी इंटरनेशनल और अकेल्ला राघवेन्द्रा फाउंडेशन ने आयोजित किया था। इस परफार्मेंस में डॉ. कप्पू श्री कंठ गौड द्वारा बनाए गए २१ गीतों पर बेबी ने स्टेज पर ही चार तरह के डांस—कॉस्टयूम बदले और एक घंटे ३० मिनट और ३ सेकेड में पूरा किया।
शुभम बैनर्जी
किफायती ब्रेल प्रिटर का अविष्कार कैलिफोर्निया, अमेरिका में रहने वाले शुभम बनर्जी भारतीय हैं और सातवीं क्लास में पढ़ रहे हैं। उन्होंने ब्रेल प्रिंटर ‘ब्रेगो’ का अविष्कार किया है, जिससे लाखों नेत्रहीन लोगों को फायदा होगा। ब्रेगो बनाने में शुभम को करीब एक महीने का समय लगा। चूंकि ब्रेगो ब्रेन प्रिंटर बच्चों के खिलौने ‘लेगो’ से बनाया गया । इसलिए शुभम ने इसका नाम भी ब्रेल और लेगो को मिलाकर ‘ब्रेगो’ रखा।
ये भी हैं रिकॉर्डधारी
मास्टर करूर — सबसे अधिक तेजी से कार के मॉडल याद करने का रिकॉर्ड बनाया। ८ जुलाई २०१० को तमिलनाडु में जन्में मास्टर करूर ने यह रिकॉर्ड कायम किया। ११ मई २०१४ को कम से कम समय में कार के मॉडल याद करने की हुई प्रतियोगिता में उसने ३ मिनट और ९ सेकेड में १०२ कारों के मॉडलों के नाम गिनाए। हरिस इम्तियाज खान — सबसे कम उम्र के लाइव पोट्रेट कलाकार हैं खान। महाराष्ट्र में ३ मार्च १९९८ में जन्में हरिस ने युवा लाइव पोट्रेट कलाकार का खिताब हासिल किया है। वह ३० मिनट में लाइव चित्र बना सकते हैं। उन्होंने १० साल की उम्र से पेंटिंग बनानी शुरू की थी।