इन्द्रों से जो पूजित हैं, वे अरिहंत भगवान् , मुक्ति में विराजमान सिद्ध भगवान्, जिनशासन की उन्नति करने वाले आचार्य देव, जैन सिद्धान्त के वाचक—पाठक पूज्य उपाध्याय देव एवं रत्नत्रय के आराधक मुनिवर; ये पंच परमेष्ठी प्रतिदिन हमारा मंगल करें