हींग —आयुर्वेद के अनुसार हींग पेट की अग्नि बढ़ाने वाली, पित्तवर्धक, मल बाँधने वाली, खाँसी, कफ, अफरा मिटाने वाली एवं हृदय से संबंधित छाती के दर्द, पेट दर्द को मिटाने वाली औषधि है। भोजन में रोज इसका प्रयोग होता है । बच्चों के पेट में कृमि हो जाए तो हींग पानी में घोलकर पिलाते हैं। बहुत छोटे बच्चों के पेट में दर्द होने पर एकदम थोड़ी—सी हींग पानी में घोलकर पेट पर हल्के से मालिश करने से लाभ होता है।
पुदीना — इसका गुण शीतल है। इसे लू लगने पर, सिरदर्द होने पर पीसकर ठंडाई की तरह पिलाया जाता है। छाले व मसूडों के दर्द में इसके पानी के कुल्ले करने से आराम मिलता है। मुँह दुर्गंधनाशक भी है। यही आपके स्वास्थ्य के लिए प्राकृतिक घरेलू दवाईयाँ हैं। इनका एक फर्स्ट एड बॉक्स बनाकर साथ रखा जा सकता है। लेकिन किसी भी प्रयोग के पूर्व सही मात्रा में सामग्री और प्रयोग संबंधित जानकारी की पुष्टि अवश्य करें।