A commentary book written by Acharya Shrutsagar, A great reverential bath ceremony (anointment) of Lord.
आचार्य श्रुतसागर (ई. 1481-1499) कृत एक टीका ग्रंथ, तीर्थंकरों का जन्माभिषेक, 1008 कलशों से किया जाने वाला भगवान का विशेष अभिषेक भी महाभिषेक कहलाता हैं “