Name of a famous Digambar Acharya of 20th centuary, the chief disciple of Acharya Adisagar Maharaj belonging to Anklikar tradition.
आचार्य श्री आदिसागर महाराज अंकलीकर के शिष्य एवं एक प्रमुख आचार्य ” इन्होंने आचार्य श्री वीरसागर महाराज (चरित्र चक्रवर्ती आचार्य श्री शांतिसागर जी महाराज के प्रथम पट्टाचार्य) से क्षुल्लक दीक्षा ग्रहण कीतथा आचार्य श्री आदिसागर महाराज से मुनिदीक्षा ग्रहण कर आचार्यपद प्राप्त किया था ” समय – ई. श. २०”