१०८ फुट भगवान ऋषभदेव प्रतिमा के अंतर्राष्ट्रीय पंचकल्याणक प्रतिष्ठा महोत्सव की प्रभावना सारे देश में इस प्रकार पैâली कि केन्द्रीय व प्रान्तीय स्तर से देश के अनेक वरिष्ठ राजनेताओं ने पधारकर महोत्सव की गरिमा को वृद्धिंगत किया और पूज्य माताजी का आशीर्वाद पाकर सभी राजनेतागण धन्य-धन्य हुए।
इस क्रम में सर्वप्रथम दिनाँक ११ फरवरी को महोत्सव के उद्घाटन अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में महाराष्ट्र विधानसभा के अध्यक्ष माननीय श्री हरिभाऊ जी बागड़े का आगमन हुआ और उन्होंने ऋषभगिरि, मांगीतुंगी तीर्थक्षेत्र को दुनिया का एक महान तीर्थ बताते हुए १०८ फुट भगवान ऋषभदेव प्रतिमा का खुले दिल से बखान किया। माननीय बागड़े जी के साथ इस अवसर पर धूलिया के सांसद डॉ. सुभाष जी भामरे, स्थानीय विधायिका माननीया सौ. दीपिका चव्हाण, नासिक जिलाधिकारी माननीय श्री दीपेन्द्र सिंह जी कुशवाहा, उपजिलाधिकारी माननीय श्री महेश जी पाटिल, पुलिस अधीक्षक ग्रामीण माननीय श्री संजय जी मोहिते, जिला परिषद मुख्य अधिकारी माननीय श्री मिलिंद शंभकर जी, अतिरिक्त जिलाधिकारी माननीय श्री स्वामीजी, जिला वन अधिकारी माननीय श्री सुरेश जी दराड़े, डिप्टी पुलिस अधीक्षक माननीय श्री संजय जी कडासने एवं माननीय श्री अशोक जी नखाते आदि मंच पर उपस्थित हुए।
इसी प्रकार गर्भकल्याणक के शुभ दिवस दिनाँक १३ फरवरी को मुख्य अतिथि के रूप में भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष माननीय श्री अमित जी शाह का आगमन अत्यन्त गर्मजोशी के साथ मंच पर हुआ। एक लाख स्क्वायर फुट के पाण्डाल में २५ हजार की संख्या में उपस्थित अपार जनसमूह तथा केशरिया परिधानों में हार-मुकुट धारण किए उपस्थित हजारों इन्द्र-इन्द्राणियों के आकर्षक समूह ने मुख्यअतिथि शाह जी का दिल जीत लिया। इस अवसर पर अमित जी के साथ अनेक वरिष्ठ राजनेतागण भी उपस्थित हुए, जिनमें भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष माननीय श्री श्याम जी जाजू-दिल्ली, महाराष्ट्र के पालक मंत्री माननीय श्री गिरीश जी महाजन, भाजपा के महाराष्ट्र अध्यक्ष एवं सांसद माननीय श्री राव साहेब जी दानवे, धूलिया के सांसद माननीय डॉ. सुभाष जी भामरे, डिंडोरी के सांसद माननीय श्री हरिश्चन्द्र जी चव्हाण, वाशिम के विधायक तथा मांगीतुंगी महोत्सव के प्रमुख शासकीय प्रभारी माननीय श्री राजेन्द्र जी पाटणी, नासिक विधायिका माननीया सौ. सीमा जी हीरे, सटाणा विधायिका माननीय सौ. दीपिका जी चव्हाण आदि उपस्थित थे।
माननीय अमित जी के आगमन पर समिति ने उनका भव्य स्वागत किया। गुलाब के फूलों की विशाल माला पहनाकर उन्हें सम्मानित किया गया तथा पूज्य पीठाधीश स्वामीजी ने माननीय अमित जी को रजत कलश भेंट करके सम्मानित किया। इस अवसर पर समस्त अतिथियों ने सभा का दीप प्रज्ज्वलन किया और सभा का संचालन श्री जीवन प्रकाश जैन द्वारा किया गया।
महोत्सव में मुख्यरूप से दिनांक १६ फरवरी के दिन महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री माननीय श्री देवेन्द्र जी फडणवीस का आगमन हुआ। चूँकि मुख्यमंत्री जी के विशिष्ट सहयोग से १०८ फुट भगवान ऋषभदेव प्रतिमा के अंतर्राष्ट्रीय महोत्सव को शासकीय आयोजन का स्वरूप प्राप्त हुआ अत: १६ फरवरी का दिन समिति के लिए अति महत्वपूर्ण रहा, जब उन्होंने स्वयं मांगीतुंगी पधारकर महोत्सव की सफलता में चार-चांद लगाए।
मुख्यमंत्री जी के साथ विशेषरूप से उनके मुख्य सचिव माननीय श्री स्वाधीन जी क्षत्रिय भी विशेष उत्वंâठा के साथ मांगीतुंगी पधारे और जब उन्होंने यहाँ पधारकर १०८ फुटभगवान ऋषभदेव प्रतिमा का वर्णन स्वयं देखा-जाना तो वे भी अत्यन्त प्रसन्न होकर इस बात से संतुष्ट हुए कि शासन द्वारा किया गया सहयोग अत्यन्त महत्वपूर्ण और आवश्यक कार्य के लिए किया गया। इस बात को उन्होंने अपने वक्तव्य में भी प्रदर्शित किया। महोत्सव के लिए शासन द्वारा घोषित की गई समस्त योजनाओं की सफलता और सुचारू क्रियान्वयन से सम्पूर्ण प्रशासन में भी मुख्यमंत्री जी एवं अतिथियों के आगमन से हर्ष की लहर व्याप्त थी।
इस अवसर पर विशेषरूप से ग्रामीण विकास मंत्री माननीया श्रीमती पंकजाताई जी मुंडे, मंत्री श्री दादा जी भुसे, सांसद डॉ. सुभाष जी भामरे-धुलिया, विधायक श्री राजेन्द्र जी पाटणी-वाशिम, विधायिका सौ. दीपिका जी चव्हाण-सटाणा आदि अनेक राजनेतागण उपस्थित हुए।
समारोह में सभी अतिथियों का समिति द्वारा तिलक, माल्यार्पण, शॉल, बुके, प्रतीकचिन्ह आदि के साथ सम्मान किया गया और विशेषरूप से पूज्य स्वामीजी ने अपने करकमलों से माननीय मुख्यमंत्री जी को मुकुट पहनाकर मंगल रजत कलश भेंट किया। इस अवसर पर समिति की ओर से माननीय मुख्यमंत्री जी के व्यक्तित्व एवं उनकी सफल कार्यप्रणाली के प्रति उन्हें ‘‘धर्मराजेश्वर’’ की उपाधि से विभूषित करते हुए विशाल प्रशस्ति पत्र भेंट किया गया। इस अवसर पर समिति के पदाधिकारियों ने माननीय मुख्यमंत्री जी को विशाल पुष्पमाला पहनाकर सम्मानित किया और उन्हें पूज्य माताजी के जीवन पर आधारित गौरव ग्रंथ भी भेंट किया गया। इस दिन सभा का संचालन डॉ. अनुपम जैन-इंदौर ने किया।
विशेषरूप से दिनाँक १८ फरवरी को १०८ फुट भगवान ऋषभदेव प्रतिमा के प्रथम एवं ऐतिहासिक महामस्तकाभिषेक के अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में जैन समाज के सिरमौर, पद्मविभूषण, राजर्र्षि, धर्माधिकारी डॉ. डी. वीरेन्द्र हेग्गड़े जी-धर्मस्थल का आगमन भी हुआ। इस अवसर पर वे अपने परिवार के साथ पधारे, जिसमें उनके लघु भ्राता एवं प्रसिद्ध समाजसेवी माननीय श्री सुरेन्द्र जी हेग्गड़े-बैंगलोर आदि परिवारजनों का आगमन हुआ। इस दिन प्रारंभिक महामस्तकाभिषेक करने हेतु पूज्य गणिनीप्रमुख आर्यिकाशिरोमणि श्री ज्ञानमती माताजी ने स्वयं अपने करकमलों से माननीय हेग्गड़े जी को विशाल रजत कलश भेंट किया और मंत्रोच्चार के साथ उनके ऊपर पीले चावल व सरसों का क्षेपण करके अभिषेक हेतु प्रस्थान कराया। इस प्रकार इतिहास के प्रथम महामस्तकाभिषेक के अवसर पर माननीय हेग्गड़े जी ने महोत्सव की गरिमा को वृद्धिंगत करते हुए महान पुण्यार्जन के साथ भगवान का अभिषेक किया। इस अवसर पर माननीय हेग्गड़े जी ने भगवान ऋषभदेव प्रतिमा निर्माण को अत्यन्त आश्चर्यकारी एवं महान बताकर पूज्य माताजी एवं स्वामीजी के प्रति अपनी शुभकामनाएं भी अर्पित कीं।
उपरोक्त सभी अतिथियों के आगमन पर सभा में मुख्य अतिथि एवं अन्य अतिथियों द्वारा दीप प्रज्ज्वलन, महोत्सव समिति द्वारा सभी अतिथियों का भावभीना सम्मान, अतिथियों के उद्बोधन, विमोचन एवं पूज्य गुरुओं के आशीर्वचन आदि सम्पन्न हुए। समिति की ओर से समस्त कार्यक्रम के समायोजन में मुख्यरूप से महोत्सव अध्यक्ष कर्मयोगी पीठाधीश स्वस्तिश्री रवीन्द्रकीर्र्ति स्वामीजी के साथ स्वागताध्यक्ष माननीय श्री जे.के जैन, पूर्व सांसद, दिल्ली, स्वागताध्यक्ष माननीय श्री सुरेश जैन, कुलाधिपति-तीर्थंकर महावीर विश्वविद्यालय-मुरादाबाद, महामंत्री डॉ. पन्नालाल पापड़ीवाल-पैठण, कार्याध्यक्ष श्री अनिल कुमार जैन, प्रीतविहार-दिल्ली, कोषाध्यक्ष संघपति श्री प्रमोद कुमार कासलीवाल-औरंगाबाद, मंत्री इंजी. श्री सी. आर.पाटिल-पुणे, श्री संजय पापड़ीवाल-पैठण, श्री भूषण कासलीवाल-चांदवड़, प्रतिष्ठाचार्य श्री विजय जैन-जम्बूद्वीप, श्री जीवन प्रकाश जैन-जम्बूद्वीप, श्री चन्द्रशेखर कासलीवाल-चांदवड़ आदि ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।