A kind of punishment in the form of warning.
हा-मा – धिक् इन 3 प्रकार के दण्डो में दूसरा दंड– “ खेद है जो तुमने अपराध किया है आगे नही करना “” छठे से दसवें कुलकरों के समय तक अपराधी को यही दंड दिया जाता था “