A philosophy of dualism.
द्वेतवाद; अनेक तत्व मानने से भेदवादी कहलाता है, ई.श. 12–13 में माध्व देव द्वारा इस मत का जाना हुआ, न्याय सुधा व पदार्थ संग्रह इसके मुख्य ग्रन्थ है”