A kind of scriptiual knowledge (describing incantation & ).
श्रुतज्ञान; दृष्टिवाद के 5वे भेद रूप 5 चूलिकाओ में एक जो इन्द्रजाल आदि के कारणभूत मन्त्र और तपश्चरण का वर्णन करती है”