A friend, the 30th Patal (layerof Saudharma heaven, The 42nd chief disciple of Lord Rishabhdev, Name of a presiding deity of a lunar Anuradha.
दोस्त, जो निःस्वार्थ भाव से हित करे अथवा पाप से बचाए, सौधर्म स्वर्ग का 30वाँ पटल, भगवान वृषभदेव का 42वाँ गणधर, अनुराधा नक्षत्र का अधिपति देवता”