पूर्व का नाम : बा.ब्र. जयकुमार जी जैन
पिता का नाम : स्व. श्री रूपचंद जी जैन
माता का नाम : स्व. श्रीमती शांतिदेवी जी जैन
भाई – बहिन के नाम १)श्री ऋषभ जी, २)आपका क्रम, ३)श्री ज्ञानचंद जी
(जन्म के क्रम से ) : ४)श्रीमती निरंजना जी, ५)श्रीमती कंचनमाला जी
जन्म दिनांक/तिथि २१-०८-१९५८, श्रावण शुक्ल सप्तमी
दिन/स्थान/समय : (मोक्ष सप्तमी) अथवा (अगहन कृष्ण द्वितीया) वि.सं. २०१५, ईशुरवारा जिला – सागर (म.प्र.)
शिक्षा (लाैकिक/ धार्मिक) : बी. कॉम.
ब्रह्मचर्य व्रत दिनांक / २०-१०-१९७८, श्री दिगम्बर जैन सिद्धक्षेत्र
दिन/ तिथि /स्थान : नैनागिरि जी, छतरपुर (म.प्र.)
क्षुल्लक दीक्षा दिनांक / १०-०१-१९८०, गुरुवार, माघ कृष्ण ०८, वि.सं.
दिन / तिथि / स्थान : २०३६, श्री सिद्धक्षेत्र नैनागिरि जी, छतरपुर (म.प्र.)
एलक दीक्षा दिनांक/ १५-०४-१९८२, गुरुवार, वैशाख कृष्ण ७ वि.सं.
दिन / तिथि/ स्थान : २०३९ मोरा जी सागर (म.प्र.)
मुनि दीक्षा दिनांक / २५-०९-१९८३, रविवार, आश्विन कृष्ण तृतीया वि.सं.
दिन / तिथि / स्थान : २०४०, ईसरी बाजार, जिला- गिरिडीह (झारखंड)
दीक्षा गुरु : आचार्य श्री १०८ विद्यासागर जी महाराज
निर्यापक पद प्राप्ति तिथि : १४-०७-२०१९, आषाढ़ शुक्ल १३, रविवार वि.नि.सं. २५४५ वि.सं.२०७६ श्री दिग.जैन सिद्धोदय सिद्धक्षेत्र नेमावर, तहसील खातेगांव जिला देवास (म.प्र.)
निर्यापक पद प्रदाता : बा.ब्र. संघनायक आचार्य श्री १०८ विद्यासागर जी महाराज
विशेष : क्षुल्लक अवस्था एवं एलक अवस्था में आपका नाम परमसागर जी महाराज था। मुनि दीक्षा के बाद आपका नाम मुनि श्री सुधासागर जी हो गया । आपने अनेक पंचकल्याणक, मंदिरों का जीर्णाेद्धार, मंदिर शिलान्यास, वेदी प्रतिष्ठा, श्रावक संस्कार शिविर, गौशाला आदि कार्य में मार्गदर्शन, प्रेरणा, सानिध्य प्रदान किया है | आपकी प्रवचन शैली सभी को लाभकारी होती है आपके मार्गदर्शन में बहुत से ग्रंथो का प्रकाशन हुआ हैं |
वर्तमान में संघस्थ : संघ प्रमुख