पूज्यश्री का नाम –आचार्य श्री रयणसागर जी महाराज
गृहस्थावस्था नाम-
जन्मस्थान – सागवाड़ा, जि.—डूंगरपुर (राज.)
जन्मतिथि व दिनाँक – आषाढ़ शुक्ला १५ (गुरुर्पूिणमा) ५ जुलाई १९५५
जाति – हूमड
गोत्र – मोरिया
माता का नाम श्रीमति रुकमणी देवी
पिता का नाम श्री छगनलाल जी
लौकिक शिक्षा – ८ वीं कक्षा पास
आजीवन ब्रह्मचर्य व्रत/प्रतिमा-व्रत ग्रहण करने का विवरण – अगस्त १९७६ में आजीवन ब्रह्मचर्य व्रत फरवरी १९७७ में सप्तम प्रतिमा के व्रत १०८ श्री पार्श्वसागर जी (आ. श्री विमलसागर जी के शिष्य) द्वारा –
मुनि दीक्षा तिथि, दिनाँक व स्थान – माघ सुदी ग्यारस ७ फरवरी १९७९ औरंगाबाद (महा.)
मुनि दीक्षा गुरु – आचार्य श्री धर्मसागर जी महाराज के शिष्य (मुनि श्री दयासागर जी )
आचार्य/उपाध्याय/गणिनी आदि पदारोहण तिथि व स्थान –मांगीतुंगी सिद्धक्षेत्र ९ मई १९९८ बैशाख सुदी तेरस आर्यिकारत्न श्री श्रेयांशमती माताजी एवं ब्र. रवीन्द्र कुमार जैन जम्बूद्वीप हस्तिनापुर पदारोहणकर्ता –समक्ष विभिन्न प्रान्तो के भक्तों द्वारा
साहित्यिक कृतित्व -. स्वात्मिंचतन पुस्तक, चौबीस तीर्थंकर स्तवन
अन्य विशेष जानकारी – प्रथम चातुर्मास—श्रवण बेलगोला वर्तमान चातुर्मास—टिकैतनगर (बराबंकी) उ. प्र.सरल स्वभावी, मृदुभाषी, वात्सभ्यमूर्ति, धर्मप्रभावना
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