नारी हर क्षेत्र में कंधे से कंधा मिलाकर चलने की क्षमता प्राप्त कर चुकी है। चाहे प्रशासक हो या कलम की दुनियाँ हो, एवरेस्ट शिखर को छूने की लालसा हो, खेल का मैदान हो, चिकित्सा विज्ञान हो, न्याय की कुर्सी हो या मैकेनिकल क्षेत्र। ऐसा कोई क्षेत्र नहीं जहां नारी ने अपने कदमों के निशान नहीं छोड़े हो। यहाँ हम उन प्रमुख नारियों के नाम दे रहे हैं जिन्होंने अपने क्षेत्र में प्रथम होने का दावा देश के सामने रखा है हम उन्हें संकलित कर पाठकों के सामने प्रस्तुत कर रहे हैं— भारत रत्न — इन्दिरा गाँधी—१९७१ मेग्सेसे पुरस्कार — एम. एस. सुब्बा लक्ष्मी, किरण बेदी, आशापूर्णा देवी, महाश्वेता देवी संयुक्त राष्ट्रसंघ में आम सभा की—पहली भारतीय महिला अघ्यक्ष — विजय लक्ष्मी पंडित प्रथम महिला प्रधानमंत्री — इन्दिरा गाँधी देश की प्रथम महिला मुख्यमंत्री — सुचेता कृपलानी प्रथम महिला आई. पी. एस. — करण बेदी सर्वोच्च न्यायालय की प्रथम महिला न्यायर्मूित — मीरा साहिब फातिमा बीबी प्रथम महिला चिकित्सक — डॉ. कांदविनी गांगुली प्रथम महिला अभिनेत्री — कमला बाई गोखले इंडियन एयरलाइन्स की प्रथम महिला पायलेट — ”सौदामिनी देशमुख” मध्य रेलवे की प्रथम महिला रेलवे—इंजन चालक — सुरेखा भौंसले प्रथम महिला रिक्शा ड्रायवर — शीला डाबरे प्रथम महिला ट्रक ड्रायवर — सोजर सातपुते प्रथम महिला तैराक (इंग्लिश चैनल पर करने वाली) — आरती साहा गणित की जादूगर — शकुतंला देवी प्रथम महिला प्रधान संपादक — श्रीमती चन्द्रवती ऋषभसेन जैन प्रथम महिला जिसने हिमालय की चोटी पर अपना कदम रखा — बछेन्द्री पाल प्रथम महिला लोक सभा अध्यक्ष — मीरा कुमार